दोस्तो, आज की इस पोस्ट में हम खास तौर पर 2 लाइन गुलज़ार शायरी की खूबसूरती पर रोशनी डालेंगे। गुलज़ार साहब की शायरी न सिर्फ दिल को छू जाती है, बल्कि मुश्किल वक्त में उम्मीद और हौसला भी देती है। उनकी लिखी दो पंक्तियाँ, जीवन की उलझनों और संघर्षों को इतनी सरलता और गहराई से बयां करती हैं कि हर किसी के दिल में उतर जाती हैं।
2 Line Shayari अपने छोटे से फॉर्मेट में भी गहरे जज़्बात और सोच को बखूबी पेश करती है। इसकी खासियत यही है कि यह कम शब्दों में भी बड़ी बात कह जाती है—चाहे वो प्यार हो, प्रेरणा हो या खुद से संवाद। गुलज़ार साहब की शायरी हमें सिखाती है कि कभी-कभी खामोशी भी बहुत कुछ कह जाती है, और दिल की बातें बिना बोले भी महसूस की जा सकती हैं।
ऐसी शायरी जीवन के हर रंग को बड़ी खूबसूरती से बयान करती है, जिससे पाठक सिर्फ दो पंक्तियों में भी पूरी कहानी और भावनाओं की गहराई महसूस कर सकते हैं। यही वजह है कि गुलज़ार की 2 लाइन शायरी हर दिल को छू जाती है और सोचने पर मजबूर कर देती है।
ज़िंदगी पर भी कोई ज़ोर नहीं
दिल ने हर चीज़ पराई दी है..!
– गुलज़ार शायरी
आँखों के पोछने से लगा आग का पता
यूँ चेहरा फेर लेने से छुपता नहीं धुआँ…!
– गुलज़ार शायरी
दिल पर दस्तक देने कौन आ निकला है
किस की आहट सुनता हूँ वीराने में…!
– गुलज़ार शायरी
कभी तो चौंक के देखे कोई हमारी तरफ़
किसी की आँख में हम को भी इंतिज़ार दिखे…!
– गुलज़ार शायरी
बहुत अंदर तक जला देती हैं,
वो शिकायते जो बया नहीं होती…!
– गुलज़ार शायरी
अपने साए से चौंक जाते हैं
उम्र गुज़री है इस क़दर तन्हा…!
– गुलज़ार शायरी
लगता है ज़िन्दगी आज खफा है
चलिए छोड़िये, कोनसी पहली दफा है…! 💔
– गुलज़ार शायरी